महाराष्ट्र: आखिरी दौर की कोशिशें जारी, गडकरी बोले- मध्यस्थता के लिए तैयार, शिवसेना से नहीं हुआ वादा

मुंबई
महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के लिए तय डेडलाइन जैसे-जैसे करीब आ रही है, सियासी हलचल तेज होती जा रही है। राष्ट्रपति शासन से बचने के लिए बीजेपी ने आखिरी के बचे कुछ घंटों में अंतिम प्रयास तेज कर दिए हैं। जहां एक ओर संकटमोचक माने जाने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मुंबई पहुंचे हैं तो वहीं शिवसेना और कांग्रेस बैठकों के जरिए मंथन में जुटी हैं। इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत और एनसीपी के नवाब मलिक ने राष्ट्रपति शासन की आशंका जताते हुए बीजेपी पर हमला बोला।


गडकरी बोले- मध्यस्थता के लिए तैयार
शिवसेना नई सरकार के गठन के लिए सीएम पद पर अड़ी है। शिवसेना के विधायक मातोश्री के करीब एक होटल में रुके हुए हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस के बीच बातचीत नहीं हो पाई है। इस बीच केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र की राजनीति पर मजबूत पकड़ रखने वाले नितिन गडकरी ने कहा है कि जरूरत पड़ी तो वह बीजेपी और शिवसेना के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार हैं। हालांकि गडकरी ने यह भी साफ किया है कि शिवसेना के साथ मुख्यमंत्री पद पर कोई बात नहीं हुई थी। गडकरी ने कहा कि ढाई-ढाई साल सीएम पद का कोई वादा नहीं हुआ था और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में राज्य में बीजेपी की सरकार बनेगी।

बीजेपी नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं गडकरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नितिन गडकरी मुंबई में बीजेपी नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में ताजा राजनीतिक हालात और सरकार गठन की संभावनाओं पर चर्चा चल रही है। उधर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शिवसेना भवन में पार्टी के प्रमुख सांसद और पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में आदित्य ठाकरे भी मौजूद हैं।

शिवसेना की बैठक भी जारी
इससे पहले गुरुवार को उद्धव ठाकरे ने अपने नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात की थी जिसके बाद शिवसेना के विधायकों को एक होटल में शिफ्ट कर दिया गया था। उद्धव पार्टी के जिलाध्यक्षों से भी मुलाकात करने वाले हैं। इसके बाद वह शिवसेना कार्यकर्ताओं को संबोधित कर सकते हैं। इस बीच संजय राउत ने मीडिया से बातचीत में सरकार गठन के विकल्प पर कहा, 'काम चल रहा है...जोर से चल रहा है।'

कांग्रेस करेगी विधायकों के साथ बैठक
उधर, महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच कांग्रेस ने शुक्रवार को अपने नव निर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई है। यह बैठक ऐसे समय बुलाई गई जब इन विधायकों को जयपुर ले जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट और अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि सभी 44 कांग्रेस विधायक बैठक में भाग लेंगे जिसमें महाराष्ट्र की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा होगी। सूत्रों ने कहा कि पार्टी अपने विधायकों के दलबदल की आशंका के कारण सावधानी बरत रही है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि कांग्रेस विधायकों को जयपुर ले जाया जा सकता है। हालांकि सूत्रों ने इस तरह के किसी भी कदम की पुष्टि नहीं की।

होटल में ठहरे हैं शिवसेना विधायक

शिवसेना के विधायकों को गुरुवार को सरकार गठन को लेकर जारी उठापटक के बीच बांद्रा के रंगशारदा होटल में स्थानांतरित कर दिया गया। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को समाप्त हो रहा है। लेकिन बीजेपी और शिवसेना के पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सीटें होने के बावजूद सत्ता-बंटवारे को लेकर आपस ठनी हुई है। बीजेपी के पास सबसे अधिक 105 सीटें हैं। बीजेपी नेताओं ने गुरुवार को राज्यपाल बी एस कोश्यारी से मुलाकात की लेकिन सरकार बनाने का कोई दावा नहीं किया। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में गुरुवार को पार्टी के नए विधायकों की एक घंटे से अधिक समय तक बैठक हुई। इस बैठक में विधायकों ने कथित तौर पर पदों और जिम्मेदारियों के समान बंटवारे की मांग दोहराई।